Bholenath Shayari | Mahadev Shayari | Mahakal Hindi Shayari | शिवा हिंदी शायरी 2024
Bholenath Shayari ( भोलेनाथ शायरी ) हेलो दोस्तो केसों हो आप सब आज में आपके लिए लेकर आया हु भोलेनाथ की हिंदी शायरी, Mahakal Shayari, Shiva Hindi Shayari,’ Status for Mahakal ‘Bholenath ki Shayari, भोले की शायरी Mahadev Status in Hindi, Mahakal Attitude Shayari With images etc.आशा करता हु मेरे द्वारा पोस्ट की गई शायरी आपको बहुत ज्यादा पसंद आने वाली है Bholenath Shayari in Hindi !
Bholenath Shayari in Hindi
उम्मीद सिर्फ आपसे है मेरे भोलेनाथ
आखिरी सांस तक सिर्फ आपसे ही
रहेगी भोलेनाथ
नाच रहे शिवशम्भु डमरू की ताल पर
त्रिशूलधारी गंगाधर बाबा महाकाल शर्वशु
भोले बाबा हम तो तेरे भक्त है युही रहेंगे
आपके चरणों मे चाहे कितनी भी प्रलय
आ जाये मेरे भोले आपकी सेवा में ज़िंदगी
गुजार देंगे ।।
2 Line Bholenath Shayari In Hindi
महादेव से मोहब्बत करना अगर सजा है
तो ऐसी सजा मुझे हर बार मिले
जय भोलेनाथ
आप ग़म दो या खुशी दो हम तो आखिरी
सांस तक आपके ही रहेंगे महादेव…।
मुझे हाथों की लकीरों पर नही, हाथों की
लकीर बनाने वाले मेरे महादेव पर भरोसा है
हर हर महादेव
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अगर महादेव साथ है तो पूरी दुनिया भी
खिलाफ हो जाए तो फर्क नही पड़ता ।।
Baba Bholenath Shayari In Hindi
मेरे महादेव कहते किसी को पल भर की खुशी देते समय
अपनी तकलीफो को क्षण भर के लिए
नजर अंदाज कर देना चाहिए ।।
भोले सबसे बड़ा तेरा दरबार है, तू ही सबका पालनहार है,
मौत दे या माफ़ी दे, तू ही मेरी सरकार है ! जय भोलेनाथ
मेने कभी खुद को अकेला नही पाया
मेने हर पल महादेव को साथ पाया ।।
भोले मैने सभी काम तेरा नाम लेकर ही किए है
और लोग समझते है में किस्मत वाला हु
जय भोलेनाथ
अगर इस दर्द भरी जिंदगी में जी रहा हु
तो इसका मतलब कही ना कही मेरे महादेव
मुझे संभाले हुए है ।।
भोला सबका दाता है, भोला ही भाग्यविधाता है
जब कोई काम नही आता शम्भू साथ निभाता है
जय भोलेनाथ
मेरे महादेव कहते है इंसान को सिर्फ सकूँन
चाहिए जरूरते कभी खत्म नही होती ।।
भोलेनाथ शायरी इन हिंदी
जेवरात और हीरे मोती तो सेठ लोग पहनते हैं, हम
तो भोले बाबा के भक्त है, इसीलिए रुद्राक्ष पहनते हैं।
ना जीने की खुशी, ना मरने का डर
जब तक हैं दम, महादेव के परम् भक्त रहेंगे हम।
शव ही शिव बिना, शव में शिव का वास,
शिव मेरे आराध्य हैं, मैं हूँ शिव का दास ।
जिनके रोम-रोम में बसे शिव हैं, वहीं विष पिया
करते हैं, जमाना उन्हें क्या जलाएंगे, जो श्रृंगार ही
अंगार से किया करते हैं।
ना पूछो मुझसे पहचान मेरी, मैं तो भस्मधारी हूँ,
भस्म से होता है जिनका श्रृंगार, मैं उस भोले बाबा
का पुजारी हूँ।
बाबा भोले के भक्त हैं, हर हाल में मस्त हैं
जिंदगी एक धुँआ हैं, इसलिए चिलम मैं भी दुआ हैं।
जब ज़माना मुश्किल में डाल देता हैं,
तब मेरा महादेव हज़ारों रास्ते निकाल देता हैं।
किस्मत लिखने वाले को भगवान कहते हैं,
और बदलने वाले को भोलेनाथ कहते हैं।
में कैसे कह दूँ कि मेरी हर दुआ बेअसर हो गई,
जब-जब रोया में, मेरे भोलेनाथ को खबर हो गई।